Harivansh rai madhushala shayari

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Harivansh rai madhushala shayari
Harivansh rai madhushala shayari

4 line Harivansh rai madhushala shayari

मैखाने में जब हमने पैमाना उठाया,
तो पैमाने को भी हम पर रोना आया,
हमने जितना उसको छलका कर पिया है,
उतना ही उसने मेरी आँखों को ज्यादा रुलाया...

तुम अगर गुलाब होते तो तोड़ लेता,
तुम अगर सवाल होते तो जवाब देता,
लोग जानते है की मैं पीता नहीं हूँ,
फिर भी पी लेता अगर तुम शराब होते.


Harivansh rai madhushala shayari in hindi fonts


वो दिल कहाँ है अब जिससे प्यार करे हम,
मजबूरिया ही साथ दिए जा रहा हूँ मैं,
पहले ज़िन्दगी शराब थी अब शराब ज़िन्दगी है,
कोई पिला रहा है और पिए जा रहे है ...

इबारत तक छपी थी मेह्खाने पर,
हर शख्सियत थी वहा बहकने पर,
मैंने शराब नहीं पी लाख मानाने पर,
कम्बक्त तेरा नाम तक छापा था पैमाने पर.

 Heart Touching Status from madhushala In Hindi

शराबी इलज़ाम शराब को देता है,

आशिक़ इलज़ाम शबाब को देता है,
कोई नहीं करता कबूल अपनी भूल,
कांटे भी इलज़ाम गुलाब को देते है.

जो मंज़िल तक ना पहुँच जाए वो मुसाफिर ही क्या,
जो पी के बेहक जाए वो शराबी ही क्या,
चल कदम-दर-कदम मेरे साथ उस जहा तक,
जो थक गया सफर में तो हमसफ़र ही क्या ....

madhushala shayari for Best Poetry on sharab

बादल का भेजा हुआ सलाम लेता हूँ,
वक़्त के हाथ भी थम लेता हूँ,
मौत रुक जाती है पल भर के लिए, ए दोस्तों,
जब में हाथों में शराब का जाम ए दोस्त ...

दिल पे जब से शराब का पहरा लग गया,
गम का खुद-ब-खुद दिल का रास्ता बंद हो गया,
जुबां ने जब से शराब को छु लिया है,
उसका बेवफा का नाम हमेशा के लिए भूल गया...

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